सोना

सोना सो नहीं रहा भाग रहा है
सोना चमक रहा है, जाग रहा है
सोना ऊँची से ऊँची उडान पर है
सोना फख्र का सदा राग रहा है

0 टिप्पणियाँ:

Post a Comment