मैं जोकर तो नहीं --सत पाल
खबर है कि केरल के एक पूर्व मंत्री और तीन बार एम एल ए रहे मुस्तफा को पार्टी ने इसलिए निलंबित कर दिया है क्योंकि उन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जोकर कहा था। पार्टी उपाध्यक्ष अपने को जोकर कहे जाने पर बेहद दुखी हैं। उन्होंने अपनी मम्मी यानि कांग्रेस अध्यक्ष से शिकायत की और कहा , " मम्मी मैं जोकर तो नहीं हूँ तो मुझे जोकर क्यों कहा गया। मम्मी अगर मैं हूँ भी तो ऐसे तो नहीं कहना चाहिए था। मैंने पढ़ा था कि अंधे को अँधा तो नहीं सूरदास कहा जा सकता है. मम्मी क्या मैं जोकर जैसा दिखता हूँ, नहीं न। अगर मैं कभी दाढ़ी रखता हूँ या क्लीन शेव हो जाता हूँ तो यह मेरी पसंद है , अगर भाषण देते हुए अपने कुर्ते के बाजू ऊपर करता हूँ तो यह मेरी आदत है , अगर मैं सब के सामने कोई सरकारी कागज़ फाड़ता हूँ तो यह मेरा शौक है और अगर मैं देश से कई कई दिन गायब हो जाता हूँ तो यह मेरी मजबूरी है। ऐसा करने का मतलब जोकर होना तो नहीं है। मम्मी आप अपनी पार्टी के नेताओं को कस कर रखो. मम्मी क्या आपका कंट्रोल पार्टी पर ख़त्म हो गया है। कुछ तो बोलो मम्मी, कुछ तो बोलो. "
मम्मी - " ठीक है बेटे , चिंता मत करो, सब ठीक हो जायेगा , वक़्त वक़्त की बात है। "
बेटा फिर बोलने लगा -" मम्मी ये अपनी पार्टी वाले कितने बेशर्म और कठोर हो गए हैं। इनसे अच्छे तो मोदी जी हैं. मम्मी उन्होंने तो मुझे कभी जोकर नहीं कहा , हमेशा शहजादा कह के पुकारा। और तो और आपको भी मम्मी उन्होंने मैडम कह कर पुकारा। इतना ही नहीं मेरे जीजू को भी जीजा जी कह के बुलाया. मम्मी लगता है कि उनमें जो शिष्टाचार है वह हमारी पार्टी के नेताओं से ज़्यादा है. मम्मी मैं बहुत दुखी हूँ मुस्तफा अंकल ने मुझे जोकर कह दिया क्या मैं उनपर मानहानि यानि डिफेमेशन का मुकदमा कर सकता हूँ ?
मम्मी- " बेटे अभी कुछ दिन शांत रहो, हमारे अच्छे दिन नहीं चल रहे। जब हमारे भी अच्छे दिन आएंगे फिर मुस्तफा जैसे जितने भी अपनी पार्टी में हैं उनकी उनकी जम कर क्लास लेंगे। ठीक हैं बेटे।
खबर है कि केरल के एक पूर्व मंत्री और तीन बार एम एल ए रहे मुस्तफा को पार्टी ने इसलिए निलंबित कर दिया है क्योंकि उन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जोकर कहा था। पार्टी उपाध्यक्ष अपने को जोकर कहे जाने पर बेहद दुखी हैं। उन्होंने अपनी मम्मी यानि कांग्रेस अध्यक्ष से शिकायत की और कहा , " मम्मी मैं जोकर तो नहीं हूँ तो मुझे जोकर क्यों कहा गया। मम्मी अगर मैं हूँ भी तो ऐसे तो नहीं कहना चाहिए था। मैंने पढ़ा था कि अंधे को अँधा तो नहीं सूरदास कहा जा सकता है. मम्मी क्या मैं जोकर जैसा दिखता हूँ, नहीं न। अगर मैं कभी दाढ़ी रखता हूँ या क्लीन शेव हो जाता हूँ तो यह मेरी पसंद है , अगर भाषण देते हुए अपने कुर्ते के बाजू ऊपर करता हूँ तो यह मेरी आदत है , अगर मैं सब के सामने कोई सरकारी कागज़ फाड़ता हूँ तो यह मेरा शौक है और अगर मैं देश से कई कई दिन गायब हो जाता हूँ तो यह मेरी मजबूरी है। ऐसा करने का मतलब जोकर होना तो नहीं है। मम्मी आप अपनी पार्टी के नेताओं को कस कर रखो. मम्मी क्या आपका कंट्रोल पार्टी पर ख़त्म हो गया है। कुछ तो बोलो मम्मी, कुछ तो बोलो. "
मम्मी - " ठीक है बेटे , चिंता मत करो, सब ठीक हो जायेगा , वक़्त वक़्त की बात है। "
बेटा फिर बोलने लगा -" मम्मी ये अपनी पार्टी वाले कितने बेशर्म और कठोर हो गए हैं। इनसे अच्छे तो मोदी जी हैं. मम्मी उन्होंने तो मुझे कभी जोकर नहीं कहा , हमेशा शहजादा कह के पुकारा। और तो और आपको भी मम्मी उन्होंने मैडम कह कर पुकारा। इतना ही नहीं मेरे जीजू को भी जीजा जी कह के बुलाया. मम्मी लगता है कि उनमें जो शिष्टाचार है वह हमारी पार्टी के नेताओं से ज़्यादा है. मम्मी मैं बहुत दुखी हूँ मुस्तफा अंकल ने मुझे जोकर कह दिया क्या मैं उनपर मानहानि यानि डिफेमेशन का मुकदमा कर सकता हूँ ?
मम्मी- " बेटे अभी कुछ दिन शांत रहो, हमारे अच्छे दिन नहीं चल रहे। जब हमारे भी अच्छे दिन आएंगे फिर मुस्तफा जैसे जितने भी अपनी पार्टी में हैं उनकी उनकी जम कर क्लास लेंगे। ठीक हैं बेटे।