फिट है बॉस
अजब क्रिकेट की गज़ब कहानी , जीत गए तो जोश ए जवानी , हार गए तो बंद हुक्का पानी . हमारी क्रिकेट की टीम आई पी एल के लिए और विज्ञापन के लिए हरदम, दिन रात , लगातार फिट रहती है. या यूँ कहिये --फिट है बॉस --मगर दूसरे देशों के साथ मुकाबलों में कई बार या यूँ कहिये कि अक्सर पिट जाती है . जब कोई हिट टीम पिट जाती है तो वह अनफिट हो जाती है . अगर यही अनफिट टीम तीर तुक्के से जीत जाए तो फिट. फिट और अनफिट के बीच बहुत महीन न दिखने वाली लकीर होती है. ये क्रिकेट है जनाब इसे अनिश्तित्ता का खेल कहते हैं. इसमें हर गेंद पर कुछ भी हो सकता है. एक गेंद मुकद्दर बना सकती है तो वही एक गेंद तम्बू उखाड़ फेंकती है. यहाँ गेंद, गेंद की महिमा है , यहाँ गेंद ,गेंद की माया है. कोई लौट पविलियन आया है , किसी ने सिक्स लगाया है .
कुछ भी हो क्रिकेट के लिए जो दीवानगी है उसकी कोई मिसाल नहीं मिलती. क्रिकेट मैं अलग अलग तरह के रंग हैं. क्रिकेट मैं नशा है , जोश है, शबाब है, शराब है, हेरा फेरी बेहिसाब है, शौहरत है, मोहब्बत है, याराना है , हर रोज़ नया फ़साना है , इश्क है प्यार है, बेवजह तकरार है. कहते हैं कि क्रिकेट का खिलाडी होता होशियार है. इतना होशियार कि जब चाहे वह ज़ख़्मी हो जाए , जब चाहे सोए , जब चाहे जग जाए. उसका सोना , रोना, हँसना , थप्पड़ लगाना और थप्पड़ खाना भी खबर बनता है . क्रिकेट का खिलाडी सही मायने मैं खिलाडी होता है. वह टिकता भी है और फिक्सिंग के दौरान बिकता भी है. बहरहाल हमारी टीम के कई खिलाडी अनफिट करार दिए गए . कोई बात नहीं हमारे देश में न जाने कितने ओहदों पर अनफिट लोग बैठे हैं फिर भी देश दौड़ रहा है. खिलाडी अगर अनफिट हुए तो क्या हुआ वह बल्ला और गेंद तो पकड़ सकता है. बल्ला चलाएंगे या फिर गेंद फेंकेंगे गेंद कहीं न कहीं तो जाएगी आखिर दूसरी टीम के लोग उसे संभाल लेंगे .
अगर क्रिकेट में खिलाडी अनफिट है तो क्या हुआ रेल चलाने वाले, प्लेन चलाने वाले और तो और देश चलाने वाले भी अक्सर सब कुछ ऊपर वाले यानी भगवान भरोसे छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें यह अहसास है कि वे पूरी तरह फिट नहीं हैं यानी अनफिट हैं. हम अनफिट हुए तो अनाड़ी तो नहीं , हम ने देश की सूरत बिगाड़ी तो नहीं. मेडिकल टेस्ट में भी आदमी कई बार अनफिट होने के बाद फिट होता है. कोई बात नहीं क्रिकेट के खिलाडी भी हारते , गिरते, पिटते , दबते एक न एक दिन फिट हो जायेंगे और फिर वही मुकद्दर के सिकंदर कहलायेंगे.
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment