चूहे का रिसेप्शन
खबर गर्म है कि दिल्ली में बल्लीमारान के चूहे चूं चूं की बदरपुर की चुहिया चीं चीं से शादी होने वाली है . पूरे चूहे जगत में इसका बेसब्री के साथ इंतजार किया जा रहा है . चूहा चूं चूं इसलिए मशहूर है कि उसके दांत इतने ज्यादा तीखे हैं कि उनसे बड़ी से बड़ी , सख्त से सख्त चीज़ को कुतर कर तहस नहस किया जा सकता है और उधर चुहिया चीं चीं इतनी तेज़ है कि वह बिल्ली को चकमा देने में माहिर है . आज तक कोई भी बिल्ली चीं चीं पर हल्ला नहीं बोल सकी . चूहे वाले और चुहिया वाले इस शादी की दिल से तैयारी में जुटे हैं . उनका कहना है कि शादी तो सादी होगी , कोई तड़क भड़क नहीं की जाएगी और न ही कुछ वेस्टेज की जायेगी मगर शादी के बाद रिसेप्शन में चूहे जगत के यानि कुतर बिरादरी के बीस लाख मेंबर शामिल होंगे . चूहों का कहना है कि हम यह साबित करना चाहते हैं कि लाखों की भीड़ जमा करना केवल किसी चीफ मिनिस्टर का हक़ नहीं हो सकता . यह हक़ हमारा भी है.
चूं चूं और चीं चीं को एक डर सता रहा है कि इतनी बड़ी भीड़ अगर चूहा बिरादरी की जमा हुई तो आदमियों के पौ बारह हो जाएगी . उन्होंने अपना रिसेप्शन राम लीला मैदान में रखने का फैसला किया है क्योंकि भीड़ के लिए बैठने की , हिलने डुलने की जगह तो होनी चाहिए . वे ख़ुशी में डांस भी तो करेंगे . दुनिया के बेहतरीन ड़ी जे rat माउस कंपनी को बुलाया गया है. यह कंपनी तो मइकल जेक्सन के मुय्जिक
में भी मदद दिया करती थी . चूहे बिरादरी ने सब इंतजाम कर लिए हैं , उनके पास ब्लैक rat कमांडो भी हैं जो किसी भी बिल्ली को दिल्ली में फटकने नहीं देंगे . यह इंतजाम रिसेप्शन के दिन के लिए हैं मगर उन्हें आदमियों से डर लगता है.
आदमी से जब भगवान डरता है तो चूहों की क्या बिसात. आदमियों से डर का कारण यह है कि एम् सी ड़ी ने ऐलान किया है कि जो कोई जितने चूहे पकड़ कर लायेगा , उसे हर चूहे पर बड़ी रकम के इनाम की दर पर नोट दिए जायेंगे . चूहे जानते हैं कि आदमी लालची होते हैं . वह उस दिन अपने सब काम धंधे छोड़ कर चूहे पकड़ने को आ पहुंचेंगे . हम बीस लाख होंगे तो वह तीस लाख . इस तरह हमारे रिसेप्शन का मज़ा किरकिरा हो जायेगा . चूहों का कहना है कि करने को हम रिसेप्शन अंडर ग्राउंड भी कर सकते हैं , हमने नीचे मैदान बना रखा है मगर हमें अपनी एकता भी तो दिखानी है.
अब चूहों ने एम् सी ड़ी को सबक सिखाने कि कसम खाई है. उनका कहना है कि वह ज़मीन के नीचे अपनी सुरंगों से टाउन हाल पहुँच कर उसकी बुनियाद कुतर देंगे. इतना ही नहीं इसी तरह नए टाउन हाल की भी बुनियाफ्द बर्बाद कर देंगे. ऊन्होंने कहा कि हम तो आदमियों को रियायत देते हैं . अगर हम चाहें तो दस दिन में दिल्ली मेट्रो का अंडर ग्राउंड सिस्टम तहस नहस कर दें . हमारी इतनी क़ाबलियत है कि हम मेट्रो जैसी सुरंग पांच दिन में बना सकते हैं जिसे बनाने में मेट्रो को पांच साल लगे.
चूहों का यह भी कहना है कि हम महात्मा गाँधी के देश में रहते हैं. हम हिंसा करना नहीं चाहते. हम टेररिस्ट नहीं जो पार्लिअमेंट
पर हमला कर दें. हम एम् सी ड़ी को अल्टीमेटम दे रहे हैं कि चूहों को पकड़ने पर नकद इनाम देने की स्कीम लागू न करे वर्ना हम भी नार्थ ईस्ट के अंडर ग्राउंड हथियारबंद लोगों की तरह एम् सी ड़ी को हिला कर रख देंगे . हम चाहते हैं कि हमारा रिसेप्शन बिना किसी रोक टोक के हो जाये वर्ना हमारे दांतों में भी दम है . वे बखूबी समझ लें कि हमने भी चुहिया का दूध पी रखा है. हम सब के दांत खट्टे कर देंगे. हम दिल्ली हिला देंगे.
1 टिप्पणियाँ:
i m speechless.....................nice
Post a Comment