बाल काटे दुनिया देखे

बाल काटे दुनिया देखे, ऐसे ऐक्टर पे मरियो । मैं फ्री में बाल कत्त्वाऊंगा तुम देखते रहियो। दिल्ली में न जाने कितने उत्साही लोगों ने खुलेआम बाल कटवाए और हज्जाम बने जाने माने ऐक्टर आमिर खान । आमिर खान के हाथ में कैंची और बाल काटने की मशीन क्या अजब नज़ारा रहा होगा। आमिर खान के हाथों बाल कटवाने वालों का जमावडा और बाल कटवाने की बेकरारी । लोगों को इस बात की कोई गारंटी नहीं थी , हज्जाम के पास ऐसा काम करने का एक्स्पेरिंस है या नहीं। अगर देखा जाए तो लोग बाल कटवाने के लिए मशहूर सैलून और जाने माने हेयरड्रेसर के पास जाना पसंद करते हैं क्योंकि किसी आदमी की पहचान और शक्सियत तथा चेहरा इस पर मयस्सर होता है कि किस प्रकार के बाल काटे गए हैं । उत्साही लोग इस बात की फ़िक्र किए बगैर बाल कटवाने के लिए आमिर खान के पास पहुंचे । सभी चाहते थे कि लोग आमिर खान के हाथों अपने बाल की aआहुति


दे दें । ये अजब दीवानगी है , कभी लोग एक्टरों के बाल देख कर सफाचट मैदान बना देते हैं अपने सर को और उनके सर पर जब रौशनी पड़ती है तो रिफ्लेक्ट होकर लौट आती है । कभी लोग सर गंजा करवा अपने सर में लाइनें खिचवा लेते हैं और उन्हें हैड ला इन का नाम देते हैं। कई लोग इसे अपने सर पर मांग खींचे जाने का आलम बताते हैं। कभी लोगों ने जॉन अब्राहम की तरह लंबे लंबे बाल रखे तो कभी लोगों ने छोटे बाल रख के पीछे चोटी रखनी शुरू कर दी । कभी तरह तरह के किस्म किस्म के बाल बनवाने की धुन लड़कियों को सवार होती थी और वह अपने सिरों पर कई तरह के घोंसले, पहाड़ ,झरने और धारदार हथियार बनाया करती थीं मगर आज ऐसा जूनून लड़कों में भी साफ़ दिखाई देता है। आख़िर क्यों न हो हम ने लड़की, लड़के में कोई फर्क न होने का संदेश इतना बुलंद कर दिया है लिहाजा लड़के अब लड़कियों से ज़यादा ब्यूटी पर्लोर के भीतर जाते हैं जबकि पहले सज धज कर निकलने वाली लड़कियों के इंतज़ार में ब्यूटी पर्लोर के सामने जमावडा लगाये रखते थे। वह दिन दूर नहीं जब लड़के अपने जीन तो पहनेंगे और उनके साथ ब्लाउज भी डालने लगेंगे क्योंकि उन्होंने अपने कान, नाक, और पलकों के ऊपर सोने, चांदी और डायमंड की बालियाँ डालनी तो शुरू कर दी हैं। बहरहाल हम बात कर रहे थे मुफ्त में बाल काटने वाले बार्बर यानि आमिर खान की। आमिर न केवल ख़ुद को फिट रखने के लिए सब
कुछ करते हैं बल्कि उस फ़िल्म को चरचा में रखने के लिए भी हर तरह का नाटक करते हैं। इससे आमिर का अपनी फ़िल्म को मुल्क के हरेक कोने और हरेक आदमी तक तक पहुचने के इरादे का पता चलता है।

1 टिप्पणियाँ:

ha ha ha this is amazing sir
regards
nishant

 

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