दिल्ली,देश,दुनिया—सत पाल  11.07.2017
पिछड़ गयी दिल्ली
ऐसा नहीं कि देश की राजधानी दिल्ली हर एक क्षेत्र में पिछड़ रही है मगर दिल्ली लगातार कोशिशों के बावजूद वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा हासिल नहीं कर सकी हालांकि अहमदाबाद को यह दर्जा मिलने से भी पूरे देश को खुशी है। अगर देखा जाये तो दिल्ली के पास यूनेस्को से यह दर्जा प्राप्त करने के लिये शायद अहमदाबाद से बहुत अधिक आधार हैं तो फिर क्या कारण हैं कि दिल्ली आज तक इस गौरवपूर्ण कीर्तिमान से वंचित है। दिल्ली के पास अपना विविध समृद्ध इतिहास, सात से अधिक शहरों के  अलग अलग समय बसने की कहानी और उनके बोलते, रहस्य खोलते किले, पिछले सैंकड़ों वर्षों के दौरान मुगलकाल, फिरंगी शासन और आजादी के बाद सात दशक के काल और इन सबसे पहले के दौर में बनाये गये स्मारकों, शानदार भवनों की अनमोल विरासत है। आजादी की लड़ाई से जुड़ी अनेक सच्ची कहानियों और कुर्बानियों से संबंधित पूजनीय स्थान हैं। यहां पुराने शाहजहांबाद और लुटियन दिल्ली तथा आधुनिक शाहजहां यानि डीडीए द्वारा विकसित खुली, नई शैली के निर्माण वाली नयी नकोर दिल्ली के विस्तृत क्षेत्र का एक ऐसा अनूठा  संगम है जो किसी अन्य शहर में नहीं हो सकता। इसके अलावा हरियाली और अलग अलग रहन सहन का नजारा भी है। सवाल यह है कि दिल्ली को यह दर्जा क्यों नहीं मिला । दिल्ली सरकार ने 2008 और 2013 के दौरान इस दर्जे के लिये गंभीर प्रयास किये थे, बड़े स्तर पर शोध और डाक्युमेंटेशन किया गया. प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा गया। नयी सरकार बनने पर भी कहते हैं कि कोशिश जारी रखी गयी, यह नहीं कहा जा सकता कि कोशिशों में कितनी गंभीरता थी, मगर यूनेस्को के पास से प्रस्ताव वापस मंगा लिया गया।  इस तरह दिल्ली अब भी अपने वाजिब हक से महरूम है।    
पिता ने पुत्र को डांटा
ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि किसी प्रमुख नेता ने अपने पुत्र यानि अपनी ही पार्टी के जूनियर नेता और प्रदेश में बड़े पद पर आसीन पुत्र को खुले आम डांटा हो। इस बार सीबीआई के शिकंजे में फंसे पूर्व सीएम तथा केन्द्रीय मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने पुत्र उप मुख्यमंत्री को इसलिये डांटा क्योंकि वह प्रेस कांफ्रेंस में कुछ ज्यादा आपत्तिजनक बात कर रहा था जिससे बवाल बढ़ सकता था। खुद ऐसी बातें करते रहने के बावजूद पिता ने पुत्र को डांट कर फर्ज निभाया। इससे पहले एक पिता देश के सबसे बड़े प्रदेश के सीएम अपने पुत्र की सर्रेआम खिंचाई करते रहे हैं।
योग का कमाल
योग तन, मन को स्वस्थ, सजग रखने के अलावा और भी कमाल कर सकता है। इससे हजारों मील दूरी के बावजूद मित्रता बढ़ाई जा सकती है। इस्राइल के पीएम ने  कहा कि ताड़ासन करते हुये गर्दन दाऐं ओर करने पर उन्हें भारत दिखता था और इंडिया के पीएम को वशिष्टासन करते हुये बाऐं ओर गर्दन घुमाने पर इस्राइल दिखता था। योग जीवन शैली संवारे, मैत्री बढ़ाये।  

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